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Retiredकलम
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# यादों की उलझन # – Retiredकलम
https://retiredkalam.com/2025/04/30/%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%89%e0%a4%a1%e0%a4%bc%e0%a4%be%e0%a4%a8-2/
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यह कविता “यादों की उलझन ” उन भावनाओं की सजीव प्रस्तुति है जो हमारे मन में बसी रहती हैं—पुराने रिश्तों की कसक, अधूरी बातों की टीस और उन लम्हों की छाप जो कभी लौटकर नहीं आते। यह रचना हर उस…
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